Sherlock Holmes Ki Lokpriya Kahaniyan
From the Publisher
Sherlock Holmes Ki Lokpriya Kahaniyan by Sir Arthur Conan Doyle
बेहद पठनीय एवं रोमांच से भरपूर सर आर्थर कॉनन डॉयल सृजित पात्र शेरलॉक होम्स की लोकप्रिय कहानियों का पठनीय संग्रह।.
होम्स ने घंटी बजाते हुए जवाब दिया, ‘‘कुछ ठंडा मीट और एक गिलास बियर हो जाए, मैं इतना व्यस्त था कि मैं खाने के बारे में सोच भी न सका और मेरी आज की शाम के भी व्यस्त रहने की संभावना है।
डॉक्टर, मुझे तुम्हारे साथ की जरूरत होगी।’’ ‘‘मुझे इसमें खुशी होगी।’’ ‘‘तुम्हें कानून तोड़ना बुरा तो नहीं लगेगा?’’ ‘‘बिलकुल नहीं।’’ ‘‘गिरफ्तार होने की संभावना से भी नहीं?’’ ‘‘अच्छे कारण के लिए, बिलकुल नहीं।’’ ‘‘हाँ, कारण तो बहुत ही अच्छा है।’’ ‘‘तब तो मैं तुम्हारा ही आदमी हूँ।’’
‘‘मुझे क था कि मैं तुम पर भरोसा कर सकता हूँ।’’ ‘‘मगर, तुम चाहते क्या हो?’’ —इसी संग्रह से
शेरलॉक होम्स की कहानियाँ दुनिया भर में जासूसी और ह कारनामों के लिए जानी जाती हैं। कहानी के अंत तक रोमांच तथा सस्पेंस बना रहता है।
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शेरलॉक होम्स उन्नीसवीं सदी के उत्तरार्ध और बीसवीं सदी के पूर्वार्ध का एक काल्पनिक चरित्र है, जो पहली बार 1887 में प्रकाशन में उभरा। वह ब्रिटिश लेखक और चिकित्सक सर आर्थर कॉनन डॉयल की उपज है। लंदन का एक प्रतिभावान ‘परामर्शदाता जासूस “, होम्स अपनी बौद्धिक कुशलता के लिए मशहूर है और मुश्किल मामलों को सुलझाने के लिए अपने चतुर अवलोकन, अनुमिति तर्क और निष्कर्ष के कुशल उपयोग के लिए प्रसिद्ध है।
कोनन डॉयल ने चार उपन्यास और छप्पन लघु कथाएं लिखी हैं जिसमें होम्स को चित्रित किया गया है। पहली दो कथाएं (लघु उपन्यास) क्रमशः 1887 में बीटन्स क्रिसमस ऐनुअल में और 1890 में लिपिनकॉट्स मंथली मैग्जीन में आईं. 1891 में द स्ट्रैंड मैग्जीन में छोटी कहानियों की पहली श्रृंखला की शुरूआत के साथ ही चरित्र की लोकप्रियता में अत्यधिक वृद्धि हुई। बाद में 1927 तक लघु कथाओं की श्रृंखला और दो धारावाहिक उपन्यास प्रकाशित हुए.कथाएं लगभग 1875 से 1914 तक की अवधि को आवृत करती हैं, जिसमें अंतिम मामला 1914 का है।
Publisher : Prabhat Prakashan (8 September 2020); Prabhat Prakashan
Language : Hindi
Paperback : 136 pages
ISBN-10 : 9389982154
ISBN-13 : 978-9389982152
Item Weight : 150 g
Dimensions : 9 x 5.5 x 3 cm
Country of Origin : India
Importer : Prabhat Prakashan
Packer : Prabhat Prakashan
Generic Name : Book
₹81.7
Price: [price_with_discount]
(as of [price_update_date] – Details)
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Sherlock Holmes Ki Lokpriya Kahaniyan by Sir Arthur Conan Doyle
बेहद पठनीय एवं रोमांच से भरपूर सर आर्थर कॉनन डॉयल सृजित पात्र शेरलॉक होम्स की लोकप्रिय कहानियों का पठनीय संग्रह।.
होम्स ने घंटी बजाते हुए जवाब दिया, ‘‘कुछ ठंडा मीट और एक गिलास बियर हो जाए, मैं इतना व्यस्त था कि मैं खाने के बारे में सोच भी न सका और मेरी आज की शाम के भी व्यस्त रहने की संभावना है।
डॉक्टर, मुझे तुम्हारे साथ की जरूरत होगी।’’ ‘‘मुझे इसमें खुशी होगी।’’ ‘‘तुम्हें कानून तोड़ना बुरा तो नहीं लगेगा?’’ ‘‘बिलकुल नहीं।’’ ‘‘गिरफ्तार होने की संभावना से भी नहीं?’’ ‘‘अच्छे कारण के लिए, बिलकुल नहीं।’’ ‘‘हाँ, कारण तो बहुत ही अच्छा है।’’ ‘‘तब तो मैं तुम्हारा ही आदमी हूँ।’’
‘‘मुझे क था कि मैं तुम पर भरोसा कर सकता हूँ।’’ ‘‘मगर, तुम चाहते क्या हो?’’ —इसी संग्रह से
शेरलॉक होम्स की कहानियाँ दुनिया भर में जासूसी और ह कारनामों के लिए जानी जाती हैं। कहानी के अंत तक रोमांच तथा सस्पेंस बना रहता है।
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शेरलॉक होम्स उन्नीसवीं सदी के उत्तरार्ध और बीसवीं सदी के पूर्वार्ध का एक काल्पनिक चरित्र है, जो पहली बार 1887 में प्रकाशन में उभरा। वह ब्रिटिश लेखक और चिकित्सक सर आर्थर कॉनन डॉयल की उपज है। लंदन का एक प्रतिभावान ‘परामर्शदाता जासूस “, होम्स अपनी बौद्धिक कुशलता के लिए मशहूर है और मुश्किल मामलों को सुलझाने के लिए अपने चतुर अवलोकन, अनुमिति तर्क और निष्कर्ष के कुशल उपयोग के लिए प्रसिद्ध है।
कोनन डॉयल ने चार उपन्यास और छप्पन लघु कथाएं लिखी हैं जिसमें होम्स को चित्रित किया गया है। पहली दो कथाएं (लघु उपन्यास) क्रमशः 1887 में बीटन्स क्रिसमस ऐनुअल में और 1890 में लिपिनकॉट्स मंथली मैग्जीन में आईं. 1891 में द स्ट्रैंड मैग्जीन में छोटी कहानियों की पहली श्रृंखला की शुरूआत के साथ ही चरित्र की लोकप्रियता में अत्यधिक वृद्धि हुई। बाद में 1927 तक लघु कथाओं की श्रृंखला और दो धारावाहिक उपन्यास प्रकाशित हुए.कथाएं लगभग 1875 से 1914 तक की अवधि को आवृत करती हैं, जिसमें अंतिम मामला 1914 का है।
Publisher : Prabhat Prakashan (8 September 2020); Prabhat Prakashan
Language : Hindi
Paperback : 136 pages
ISBN-10 : 9389982154
ISBN-13 : 978-9389982152
Item Weight : 150 g
Dimensions : 9 x 5.5 x 3 cm
Country of Origin : India
Importer : Prabhat Prakashan
Packer : Prabhat Prakashan
Generic Name : Book
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